tag:blogger.com,1999:blog-1239897313559897574.post6947008130062153272..comments2023-10-30T05:15:36.305-07:00Comments on चंदन प्रताप सिंह: ऐसे समाज पर थू हैUnknownnoreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-1239897313559897574.post-39555388875005122882008-01-24T14:29:00.000-08:002008-01-24T14:29:00.000-08:00यह मानना पूर्णतया सही नहीं होगा कि हम लोग देना भूल...यह मानना पूर्णतया सही नहीं होगा कि हम लोग देना भूल गए हैं । समस्या यह है कि यदि इन बच्चों को जबर्दस्ती भी भिखारी बनाया जाता है तो जितनी भीख हम देंगे उतने ही अधिक बच्चों से जबरन यह काम करवाया जाएगा । बहुत बार इन बच्चों को खाना देने की कोशिश बेकार रह जाती है ।<BR/>मैं गलत भी हो सकती हूँ ।<BR/>घुघूती बासूतीghughutibasutihttps://www.blogger.com/profile/06098260346298529829noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1239897313559897574.post-50486526715867260852008-01-23T23:57:00.000-08:002008-01-23T23:57:00.000-08:00हम लोग देना भूल गये हैं. समस्या के मूल में यही मान...हम लोग देना भूल गये हैं. समस्या के मूल में यही मानसिकता है. क्या हम, क्या आप और क्या कोई तीसरा. सबकी पानेवाली मानसिकता हो गयी है.Anonymousnoreply@blogger.com